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Shaheedon ke shav ko tirango main kyon lapeta jaata hai?

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 शहीदों के शव को तिरंगो मैं क्यों लपेटा जाता है?

भारत सरकार की सेवा तो वैसे बहुत से लोग करते हैं लेकिन सैनिकों की तरह कोई और नहीं करता हैं। 

दूसरे लोग अपने घर परिवार के आस-पास होते हैं, और अगर प्रतिदिन नहीं तो सप्ताह में एक दिन उनसे जरूर आते हैं लेकिन उसके विपरीत सैनिक अपने घर परिवार से बाहर दूर होता है। और वह देश के लिए अपने प्राण की कुर्बानी देता है। इसलिए उनके शव को तिरंगे में लपेटा जाता है। देश के लिए जान देने वाले शहीद और देश की महान शख्सियतों को तिरंगे में लपेटा जाता है। इस दौरान केसरिया पट्टी सिर की तरफ और हरी पट्टी पैरों की तरफ होनी चाहिए। शव के साथ तिरंगे को जलाया या दफनाया नहीं जाता है। बल्कि उसे हटा लिया जाता है, बाद में या तो उसे गोपनीय तरीके से सम्मान के साथ जला दिया जाता है या फिर बांधकर पवित्र नदी में जल समाधि दे दी जाती है। कटे-फटे या रंग उड़े हुए तिरंगे के साथ भी ऐसा ही किया जाता है।



बिल्ली रास्ता क्यों काटती है?

एक सबसे बड़ा अंधविश्वास यह है कि हमारे लोग मानते हैं कि अगर कोई बिल्ली रास्ता काट जाए तो वहीं रुक जाना चाहिए या फिर वापस हो जाना चाहिए ऐसा इसलिए क्योंकि हमें लगता है कि उस सड़क को पार करने से हम कोई अनर्थ कार्य कर देंगे। जो हमें नहीं करना चाहिए या बिल्ली के रास्ता काटने की सच्चाई बात दरअसल यह है कि पुराने जमाने में ना तो वाहन होते थे और ना ही बसें चला करती थी। तो उस जमाने में आने-जाने के लिए घोड़े गाड़ी का इस्तेमाल किया जाता था। किसी समय अगर रात को बिल्ली रास्ते में आ जाती है तो उसे देखकर घोड़े डर जाते थे। क्योंकि रात को बिल्ली की आंखें चमकती है ऐसे में घोड़े गाड़ी का संतुलन बिगड़ जाता था। जिससे उस गाड़ी में बैठे लोगों को चोट लग जाया करती थी‌। बेशक समय बदल गया है परंतु लोगों की मान्यता तो आज भी वही है।


हार्ट-अटैक आने का सीजन कौन सा होता है?

वैसे तो हार्ट-अटैक किसी भी मौसम में हो सकता है लेकिन सर्दियों में संभावनाएं सबसे ज्यादा रहती हैं। इसके कई कारण हो सकते हैं जो इस संभावनाओं को और भी प्रबल बनाते हैं, जैसे बैरोमीट्रिक दवाइयां नमी हवा व ठंड।  यह ठंडा मौसम हमारे शरीर पर नकारात्मक असर भी डालते हैं जिसे हमारे नर्वस सिस्टम गतिविधियां बढ़ जाती है। जिससे हमारे रक्त वाहिनिया सिकुड़ जाती हैं। आप भी गाढ़ा हो जाता है और भी कई नकारात्मक प्रभाव पड़ सकते हैं जिसके कारण हार्ट अटैक होने की संभावना ज्यादा होती है एक रिसर्च में यह भी पाया गया है कि सबसे ज्यादा हार्टअटैक दिसंबर में होती है। जबकि सबसे कम हार्ट अटैक जुलाई महीने में होते हैं‌


रात में लाश को अकेले क्यों नहीं छोड़ा जाता है?

दरअसल आपको पता होगा कि मरने के बाद जो क्रिया की जाती है उसे अंतिम संस्कार कहा जाता है। लेकिन यदि ध्यान दिया जाए तो आपको पता होगा कि मरने के बाद अंतिम संस्कार रात को नहीं किया जाता है। क्या आपने कभी सोचा है कि ऐसा क्यों किया जाता है तो आज हम आपको बताते हैं कि जब भी किसी व्यक्ति की मृत्यु रात के समय होती है तो उसे श्मशान घाट नहीं ले जाया जाता है ऐसे में उस लाश को शमशान घाट ले जाने की बजाय पूरी रात उसे घर में रखकर ही उसकी रखवाली करनी होती है। ऐसा सोचने पर अजीब सा लगता है लेकिन आपको जो हम बताने जा रहे हैं उसे सुनकर आपको विश्वास नहीं होगा। दरअसल आपको बता दें कि शास्त्रों के अनुसार यदि दिन ढलने के बाद मृत्यु होती है। तो उस शव को तुलसी के पौधे के पास रखा जाता है‌। और उसे अकेला नहीं छोड़ा जाता है ऐसा इसलिए करते हैं क्योंकि उस मरे हुए व्यक्ति की आत्मा वहीं कहीं भटक रही होती है और आप सभी को देखती रहती है। माना जाता है कि मरने के बाद शरीर खाली हो जाता है ऐसे में कोई बुरी आत्मा का साया उस शरीर पर अपना अधिकार जमा लेता है इसलिए उसके पास रात को कोई ना कोई जरूर होता है।


खुद को सुधारने का सबसे अच्छा तरीका क्या है?

दोस्तों मैं आपको बता दूं कि खुद को सुधारने का कोई तरीका नहीं होता। बल्कि खुद को सुधारने के लिए आपको अपनी आदतें बदलनी होती है जो कि मैं आपको इस प्रश्न के जवाब में बताने जा रहा हूं

1. सोशल मीडिया का उपयोग कम करें और किताबें पढ़ने में आनंद रखें। 

2.सपने देखना बंद करें और मेहनत करना शुरू करें।

3.अपने आप पर कठोर होना बंद करें और खुद से प्रेम करना सीखें।

4.खुद की तुलना दूसरों से करना बंद कर दें अपने आप की तुलना करना शुरू करें कि आप कल, सप्ताह या 1 दिन पहले क्या थे।

5.आशाहीन होना बंद करें और आशावादी बने ।

6.दूसरों की निंदा करना बंद करें और सब की प्रशंसा करना सीख ले।

7.हर चीज के लिए हां करना बंद करें यदि आपको लगता है कि आप कुछ कारणों से कोई काम नहीं कर सकते हैं तो उसके लिए मना कर दें।

8.जंक फूड खाना बंद कर दे स्वस्थ भोजन फल एवं सब्जियों का सेवन करना सीख ले।

9.हर काम में जल्दबाजी करना बंद करें और धैर्य रखना शुरू करें।

10.खुद से झूठ बोलना बंद करें और वास्तविकता का सामना करना शुरू करें। 

11.भावनात्मक रूप से सोचना बंद करें तर्कसंगत रूप से सोचना शुरू करें।

12.दूसरों को प्रभावित करना बंद करें खुद को प्रभावित करना शुरू करें।

13.अपने अतीत पर रोना बंद करें और अपने भविष्य पर मुस्कुराना शुरू करें।

14.मीडिया की हर बात को मानना बंद करें और अपना खुद का  करना शुरू करें।

15.सुबह जल्दी उठना शुरू करें और हल्का व्यायाम करें |

 दोस्तों या 15 आदत मैंने आपको बताई है अगर आप इन बातों को अपने जीवन में उतार लेते हैं तो आपका जीवन बर्बाद होने से बच जाएगा। और आप एक अमीर एवं सफल आदमी बन जाएंगे ।


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